श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 10: विभूति योग | Bhagwat Geeta Chapter 10
श्रीमद्भागवत गीता का दसवां अध्याय “विभूति योग” कहलाता है। इस अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण अपनी दिव्य विभूतियों (अर्थात् श्रेष्ठ शक्तियों, विशेषताओं और …
श्रीमद्भागवत गीता का दसवां अध्याय “विभूति योग” कहलाता है। इस अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण अपनी दिव्य विभूतियों (अर्थात् श्रेष्ठ शक्तियों, विशेषताओं और …
राजस्थान के जालौर जिले के रामसीन कस्बे में बसा आपेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन और पवित्र तीर्थस्थल है। …
श्रीमद्भागवत गीता का नवां अध्याय “राज विद्या योग” कहलाता है। यह गीता का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अध्याय है। “राजविद्या” का अर्थ है …
राजस्थान के जालौर जिले के मोदरान कस्बे में बसा आशापुरी माता मंदिर एक प्राचीन तीर्थस्थल है। यह मंदिर माता दुर्गा के अवतार …
सिरोही, राजस्थान का एक पर्वतीय और सीमावर्ती जिला, माउंट आबू और अरावली पर्वतमाला के लिए विश्वविख्यात है। प्राचीन काल में ‘शिवपुरी’ या …
राजस्थान के जालौर जिले के भीनमाल स्थित क्षेमकरी माता मंदिर एक प्रसिद्ध प्राचीन धार्मिक स्थल है, जो माता दुर्गा के अवतार क्षेमकरी …
श्रीमद्भागवत गीता का आठवां अध्याय “अक्षर ब्रह्म योग” कहलाता है। यह परमात्मा की प्राप्ति, योग, ध्यान, और अंतकाल में भगवान के स्मरण …
सिरे मंदिर, जालौर, राजस्थान का एक प्राचीन और ऐतिहासिक तीर्थस्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है और नाथ संप्रदाय की तपोभूमि …
राजस्थान का चित्तौड़गढ़ सिर्फ युद्ध, बलिदान और शौर्यगाथाओं के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि यह धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण …
सुंधा माता मंदिर राजस्थान के जालौर जिले के सुंधा पर्वत पर स्थित एक प्राचीन मंदिर है। अरावली की पहाड़ियों पर लगभग 1220 …