कैलाश धाम बिशनगढ़ जालौर | Kailash Dham Bishangarh Jalore

राजस्थान के जालौर जिले के बिशनगढ़ गांव में स्थित कैलाश धाम एक भव्य और पवित्र तीर्थस्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यहाँ स्थापित 72 फीट ऊँची नीले रंग की शिव प्रतिमा है, जो 1 किलोमीटर की दूरी से भी दिखाई देती है। 35 बीघा में फैला यह परिसर अपनी विशालता, प्राकृतिक सौंदर्य और 12 ज्योतिर्लिंगों की अनूठी गुफा के लिए प्रसिद्ध है।

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कैलाश धाम बिशनगढ़ जालौर (Kailash Dham Bishangarh Jalore)

मंदिर का नाम:-कैलाश धाम (Kailash Dham)
स्थान:-बिशनगढ़, जालौर जिला, राजस्थान
समर्पित देवता:-भगवान शिव (72 फीट ऊँची शिव प्रतिमा)
निर्माण वर्ष:-2010
प्रसिद्ध त्यौहार:-शिवरात्रि, श्रावण मास

कैलाश धाम बिशनगढ़ जालोर का इतिहास

कैलाश धाम की स्थापना जून 2010 में हुई थी। इसका निर्माण जालोर जिले के भंवरानी गांव के निवासी भंवरलाल खींवसरा द्वारा उनकी माता श्रीमती अणसीदेवी प्रतापचंद खींवसरा की इच्छा और स्मृति में श्रीमती अणसीदेवी प्रतापचंद खींवसरा ट्रस्ट द्वारा करवाया गया है। भंवरलाल खींवसरा कर्नाटक के बेंगलुरु में अपना व्यवसाय चलाते हैं।

कहा जाता है कि खींवसरा परिवार की भगवान शिव में गहरी आस्था थी। भंवरलाल जी खींवसरा एक बार अपनी माताजी के साथ बेंगलुरु के ओल्ड एयरपोर्ट रोड स्थित शिवोहम मंदिर के दर्शन के लिए गए थे, तब उनकी माताजी ने उसी प्रकार का शिव मंदिर बनवाने की इच्छा व्यक्त की थी। अपनी माताजी की इच्छा को पूरा करते हुए, भंवरलाल जी खींवसरा ने बिशनगढ़, जालोर में कैलाश धाम का निर्माण करवाया।

कैलाश धाम बिशनगढ़ का कोई प्राचीन इतिहास नहीं है, बल्कि यह हाल ही में एक भक्त द्वारा अपनी माता की स्मृति और इच्छा को सम्मान देने के लिए बनवाया गया एक महत्वपूर्ण शिव मंदिर है, जो अपनी विशाल शिव प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है।

कैलाश धाम बिशनगढ़ जालौर की वास्तुकला और संरचना

कैलाश धाम की वास्तुकला बेंगलुरु के शिवोहम मंदिर से प्रेरित है और कर्नाटक के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट श्रीधर द्वारा डिज़ाइन की गई है। मंदिर की सबसे प्रमुख विशेषता 72 फीट ऊँची नीले रंग की शिव प्रतिमा है, जो नीले संगमरमर से निर्मित है और ध्यान मुद्रा में स्थापित है। यह प्रतिमा इतनी भव्य है कि 1 किलोमीटर की दूरी से भी दिखाई देती है।

मंदिर परिसर 35 बीघा में फैला है और इसमें हरियाली, पेड़-पौधे, और प्राकृतिक सौंदर्य इसे एक शांत और आध्यात्मिक स्थल बनाते हैं। परिसर में एक अनूठी गुफा है, जिसमें भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृतियाँ स्थापित हैं, जो भक्तों को एक ही स्थान पर सभी ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का अवसर देती हैं।

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मंदिर का प्रवेश द्वार भव्य है, और परिसर में नंदी मूर्ति, शिवलिंग, और अन्य धार्मिक प्रतीक भी मौजूद हैं। धर्मशाला और जल स्रोत जैसी सुविधाएँ भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। बिशनगढ़ का शांत और हरियाली भरा परिवेश मंदिर की सुंदरता को और बढ़ाता है।

कैलाश धाम बिशनगढ़ जालोर का प्रवेश द्वार
कैलाश धाम बिशनगढ़ जालोर का प्रवेश द्वार

कैलाश धाम बिशनगढ़ जालौर तक कैसे पहुँचें?

मंदिर का स्थान: कैलाश धाम राजस्थान के जालौर जिले के बिशनगढ़ गांव में स्थित है।

नीचे मंदिर तक पहुँचने के विभिन्न तरीकों का विवरण दिया गया है:

  • हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर हवाई अड्डा (Jodhpur Airport) है, जो मंदिर से लगभग 125 किलोमीटर दूर है। जोधपुर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद, आप बस, टैक्सी या अन्य लोकल ट्रांसपोर्ट सेवाओं का उपयोग करके जालौर तक पहुँच सकते हैं। जालौर से, बिशनगढ़ तक स्थानीय परिवहन से पहुंचे।
  • रेल मार्ग: रेल मार्ग से मंदिर तक पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन जालौर रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से लगभग 15-20 किलोमीटर दूर है। जालौर रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद, आप बस, टैक्सी, या स्थानीय परिवहन का उपयोग करके बिशनगढ़ तक पहुँच सकते हैं।
  • सड़क मार्ग: मंदिर सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जो इसे निजी वाहन, सार्वजनिक बसों, और टैक्सी से पहुँचने के लिए उपयुक्त बनाता है। प्रमुख शहरों से दूरी निम्नलिखित है:
    • जालौर से लगभग 15 किलोमीटर
    • जोधपुर से लगभग 144 किलोमीटर
    • भीनमाल से लगभग 35 किलोमीटर
    • अहमदाबाद से लगभग 250 किलोमीटर

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