पुराना रंगजी मंदिर पुष्कर (श्री रंगनाथ वेणुगोपाल मंदिर) अजमेर

पुराना रंगजी मंदिर राजस्थान के अजमेर जिले के पुष्कर में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान विष्णु के स्वरूप रंगनाथ जी को समर्पित है। इस मंदिर को इस मंदिर को श्री रंगनाथ वेणुगोपाल मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर न केवल उत्तर भारत में दक्षिण भारतीय वैष्णव परंपरा (श्री संप्रदाय) का एक दुर्लभ उदाहरण है, बल्कि यह 19वीं शताब्दी के मारवाड़ी व्यापारिक समुदाय की धार्मिक निष्ठा और आर्थिक शक्ति का भी प्रतीक है।

पुराना रंगजी मंदिर पुष्कर (Old Rangji Temple Pushkar)

मंदिर का नाम:-पुराना रंगजी मंदिर (Old Rangji Temple)
अन्य नाम:-श्री रंगनाथ वेणुगोपाल मंदिर (Shri Ranganatha Venugopala Temple)
स्थान:-पुष्कर, अजमेर जिला, राजस्थान
समर्पित देवता:-भगवान रंगजी (भगवान विष्णु का स्वरूप)
निर्माण वर्ष:-1823 – 1844 ईस्वी
निर्माणकर्ता:-सेठ पूरन मल गनेरीवाल (हैदराबाद व्यापारी)
प्रसिद्ध त्यौहार:-कार्तिक पूर्णिमा, पुष्कर मेला; वैष्णव उत्सव

पुराना रंगजी मंदिर पुष्कर का इतिहास

पुराने रंगजी मंदिर का निर्माण 1823 ईस्वी में सेठ पूरनमल गनेड़ीवाल द्वारा शुरू किया गया था। मंदिर का निर्माण कार्य विशेष रूप से इसकी जटिल नक्काशी और विशाल गोपुरम का निर्माण लगभग दो दशकों तक चला था। और यह 1844 ईस्वी में पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ था।

यह लंबा निर्माण काल इस बात का संकेत है कि मंदिर को बनाने में अत्यधिक श्रम और दूरदराज के कारीगरों (विशेषकर दक्षिण भारत से) के कौशल का उपयोग किया गया था। यह मंदिर राजस्थान में ‘रामानुज वैष्णव संप्रदाय’ (श्री संप्रदाय) का पहला मंदिर माना जाता है, जिसने इस क्षेत्र के धार्मिक परिदृश्य को एक नया आयाम दिया था।

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पुराना रंगजी मंदिर पुष्कर की वास्तुकला और संरचना

पुराने रंगजी मंदिर की वास्तुकला इसे भारत के सबसे अद्वितीय मंदिरों में से एक बनाती है। यह तीन विशिष्ट वास्तु शैलियों द्रविड़, राजपूत, और मुगल का एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है। मंदिर का सबसे प्रमुख आकर्षण इसका गोपुरम (प्रवेश द्वार) है, जो पूरी तरह से दक्षिण भारतीय शैली में है। यह कई तलों में विभाजित है और देवी-देवताओं, पौराणिक जीवों और द्वारपालों की जटिल मूर्तियों से सुसज्जित है।

प्रवेश द्वार की दीवारों और परकोटे पर बनीं छतरियां (गुंबददार मंडप) राजपूत शैली की हैं। और मंदिर के गलियारों और सभामंडप में प्रयुक्त मेहराबें मुगल वास्तुकला से प्रेरित हैं। मंदिर के प्रांगण में एक स्वर्ण लेपित गरुड़ ध्वज स्तंभ बना हुआ है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान रंगनाथ (रंगजी) की प्रतिमा स्थापित हैं, जो भगवान विष्णु का ही एक स्वरूप हैं। वे अपनी शेषशय्या (सर्पराज आदिशेष की शैय्या) पर शयन मुद्रा में विराजमान हैं।

मंदिर परिसर एक किलेनुमा चारदीवारी के भीतर बना हुआ है। मुख्य मंदिर के अलावा यहाँ आठ अन्य छोटे मंदिर हैं, जो विभिन्न देवी देवताओं को समर्पित हैं।

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पुराना रंगजी मंदिर पुष्कर तक कैसे पहुँचें?

मंदिर का स्थान: पुराना रंगजी मंदिर (श्री रंगनाथ वेणुगोपाल मंदिर) राजस्थान के अजमेर जिले के पुष्कर में स्थित है।

मंदिर तक पहुंचने का विकल्प इस प्रकार है:

हवाई मार्ग:

पुष्कर तक हवाई मार्ग से पहुँचने के रणनीतिक रूप से दो हवाई अड्डे जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और नव विकसित किशनगढ़ हवाई अड्डा है।

  • जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा: जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा जो पुष्कर से लगभग 150-160 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, अधिकांश घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए प्राथमिक प्रवेश बिंदु बना हुआ है। यह हवाई अड्डा भारत के सभी प्रमुख महानगरों (दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, कोलकाता) और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों (जैसे दुबई, मस्कट) से सीधे जुड़ा हुआ है। यह व्यापक नेटवर्क यात्रियों को उड़ान के समय और एयरलाइनों के चयन में लचीलापन प्रदान करता है, जो विशेष रूप से उन तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है जो सीमित समय के लिए यात्रा कर रहे हैं। हवाई अड्डे से आप ऑटो, टैक्सी, बस या अन्य स्थानीय परिवहन का उपयोग करके पुष्कर पहुँच सकते हैं।
  • किशनगढ़ हवाई अड्डा: अजमेर के पास स्थित किशनगढ़ हवाई अड्डा, जिसे ‘अजमेर हवाई अड्डे’ के रूप में भी जाना जाता है, पुष्कर के लिए निकटतम हवाई अड्डा है, जो रंगजी मंदिर से केवल 40 से 50 किलोमीटर की दूरी पर है। भारत सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (UDAN) के तहत विकसित, यह हवाई अड्डा उन तीर्थयात्रियों के लिए है, जो जयपुर के ट्रैफिक से बचना चाहते हैं। वर्तमान में, यहाँ दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई जैसे शहरों से सीमित उड़ानें संचालित होती हैं। हवाई अड्डे से आप ऑटो, टैक्सी, बस या अन्य स्थानीय परिवहन का उपयोग करके पुष्कर पहुँच सकते हैं।

रेल मार्ग:

अजमेर जंक्शन उत्तर-पश्चिम भारत के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों में से एक है। यह दिल्ली-अहमदाबाद-मुंबई मुख्य लाइन पर स्थित है, जो इसे देश के लगभग हर हिस्से से जोड़ता है। अजमेर के लिए नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद से सीधी ट्रेनें उपलब्ध हैं। अजमेर जंक्शन पुष्कर से लगभग 14 से 15 किलोमीटर दूर है। रेलवे स्टेशन से आप ऑटो, टैक्सी या अन्य स्थानीय परिवहन का उपयोग करके पुष्कर पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग:

मंदिर अजमेर से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। आप ऑटो, टैक्सी या अन्य स्थानीय परिवहन का उपयोग करके पुष्कर पहुँच सकते हैं।

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