खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर: इतिहास, वास्तुकला, संरचना और मंदिर तक पहुंचने की जानकारी

खोले के हनुमान जी मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर अरावली पर्वतमाला की पहाड़ियों में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा होने के कारण पर्यटकों को भी लुभाता है।

खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर (Khole Ke Hanuman Ji Temple Jaipur)

मंदिर का नाम:-खोले के हनुमान जी मंदिर (Khole Ke Hanuman Ji Temple)
स्थान:-जयपुर, राजस्थान
समर्पित देवता:-भगवान हनुमान जी
निर्माण वर्ष:-1960
निर्माणकर्ता:-पंडित श्री राधेलाल चौबे
प्रसिद्ध त्यौहार:-हनुमान जयंती, अन्नकूट महोत्सव, राम नवमी

खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर का इतिहास

खोले के हनुमान जी मंदिर का इतिहास पौराणिक कथाओं, किवदंतियों और मानवीय समर्पण की मिश्रित कहानी है, जो 300 वर्ष पुरानी तपोभूमि से जुड़ी है। प्राचीन काल में लक्ष्मण डूंगरी की पहाड़ियां ऋषि-मुनियों की तपस्थली रही हैं। किवदंती के अनुसार, लगभग 300 वर्ष पूर्व हनुमान जी के परम भक्त बाबा निर्मल दास जी महाराज (बाबा नरवर दास) यात्रा के दौरान यहां पहुंचे। इस स्थान की प्राकृतिक शोभा से मोहित होकर उन्होंने एक चट्टान पर संजीवनी पर्वत हाथ में लिए हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की और पवनपुत्र की साधना आरंभ की। बाबा के देवलोक गमन (मृत्यु) के बाद यह स्थान विस्मृत हो गया, लेकिन आस्था की जड़ें गहरी थीं।

आधुनिक इतिहास 1960 के दशक से शुरू होता है। 9 अगस्त 1961 को, हनुमान भक्त पंडित राधेलाल चौबे (जन्म: 14 नवंबर 1929) अपनी मित्र मंडली के साथ ठंडाई छानने लक्ष्मण डूंगरी पहुंचे। घाटी (खोला) में उन्हें हनुमान जी की छवि का एहसास हुआ। एक चरवाहे के संकेत पर झाड़ियों को हटाया तो धूल-धूसरित चट्टान में सिंदूर लगी स्वयंभू मूर्ति मिली, जिसमे हनुमान जी लेटे हुए थे और संजीवनी पर्वत हाथ में लिए हुए थी। संयोगवश उस दिन तुलसीदास जयंती थी, इसलिए तुलसी जल और चोला चढ़ाया गया। चौबे जी ने गृहस्थी त्याग दी और जीवन भर यहां पूजा की। उन्होंने 1961 में नरवर आश्रम सेवा समिति स्थापित की, जो मंदिर का विकास संभालती है।

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5 जनवरी 2010 को चौबे जी की मृत्यु हो गई थी, लेकिन उनकी समाधि मंदिर का अभिन्न अंग है। मंदिर के विकास में सरकार का योगदान भी उल्लेखनीय: उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रयास से ₹27 करोड़ का विस्तार हुआ। आज मंदिर कई एकड़ में फैला है, और घटनाक्रम जैसे 1976 का पहला अन्नकूट महोत्सव इसे जीवंत रखते हैं।

खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर की वास्तुकला और संरचना

खोले के हनुमान जी मंदिर का निर्माण प्राचीन किला शैली में किया गया है। यह मूल रूप से एक तीन मंजिला संरचना है। परिसर में एक बड़ा खुला प्रांगण है, जो धार्मिक आयोजनों और कीर्तन के लिए केंद्रीय स्थान है। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में भगवान हनुमान जी की लेते हुए प्रतिमा है। प्रवेश द्वार के दाईं ओर पंडित राधेलाल चौबे की संगमरमर की समाधि है।

खोले के हनुमान जी मंदिर के मुख्य गर्भगृह में स्थापित प्रतिमा
खोले के हनुमान जी मंदिर के मुख्य गर्भगृह में स्थापित प्रतिमा

इस मंदिर परिसर में राम दरबार, गणेश जी, ठाकुरजी (श्री कृष्ण), गायत्री माता, वैष्णो देवी, माता अन्नपूर्णा, गंगा माता, नृत्य गणेशजी, ऋषि वाल्मिकी और तेजाजी के मंदिर बने हुए हैं। इस परिसर में राधेशवर शिवालय की स्थापना की गई, जिसमे 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित है।

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मंदिर परिसर में 24 घंटे प्रज्वलित प्राचीन अखण्ड धूना है, यह कब से इसका किसी को कोई अंदेशा नहीं है। राधे लाल जी जब यहां पहली बार आए थे जब कोई साधु धुना जला गए थे, जब से चौबे जी ने इसको अनवरत प्रज्वलित रखा था। यह एक ऐसा स्थान है जहाँ गाय के गोबर एवं चिकनी मिट्टी का लेप होता है।

2023 में मंदिर परिसर में एक रोपवे का निर्माण हुआ, जिसका उद्घाटन राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया था। यह रोपवे लगभग 436 मीटर लंबा है और अन्नपूर्णा माता मंदिर से वैष्णो देवी माता मंदिर तक जाता है। यह रोप-वे 18 करोड़ रुपये की लागत से बना है।

खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर तक कैसे पहुँचें?

मंदिर का स्थान: यह मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर अरावली पर्वतमाला की पहाड़ियों में स्थित है।

मंदिर तक पहुंचने का विकल्प इस प्रकार है:

  • हवाई मार्ग: सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मंदिर से लगभग 16 से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे से आप ऑटो, टैक्सी, बस या अन्य स्थानीय परिवहन का उपयोग करके मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
  • रेल मार्ग: मंदिर का नजदीकी रेलवे स्टेशन जयपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन मंदिर से लगभग 10 से 12 किलोमीटर दूर है। रेलवे स्टेशन से आप ऑटो, टैक्सी या अन्य स्थानीय परिवहन का उपयोग करके मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
  • सड़क मार्ग: मंदिर जयपुर बस स्टैंड से लगभग 8 से 10 किलोमीटर दूर है। बस स्टैंड से आप ऑटो, टैक्सी या अन्य स्थानीय परिवहन का उपयोग करके मंदिर तक पहुँच सकते हैं।

खोले के हनुमान जी मंदिर के बारे मे अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

  1. खोले के हनुमान जी मंदिर कहाँ हैं?

    खोले के हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर अरावली पर्वतमाला की पहाड़ियों में स्थित है।

  2. खोले के हनुमान जी जयपुर के कितने किलोमीटर दूर हैं?

    खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर शहर से लगभग 10 से 12 किलोमीटर दूर है।

  3. खोले के हनुमान जी क्यों प्रसिद्ध हैं?

    यह मंदिर अरावली पर्वत श्रृंखला की लक्ष्मण डूंगरी पहाड़ियों के बीच एक खुली जगह (खोले) में स्थित है। यह शांत और प्राकृतिक स्थान भक्तों को शहर के शोरगुल से दूर एक आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करता है।

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