श्री जोगमाया गढ़ मंदिर, राजस्थान के बाड़मेर में स्थित एक प्राचीन और पवित्र मंदिर है, जो माता जोगमाया (देवी दुर्गा का एक शक्तिशाली रूप) को समर्पित है। यह मंदिर बाड़मेर के ऐतिहासिक गढ़ (किला) क्षेत्र के निकट होने के कारण क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जोगमाया माता को शक्ति, सुरक्षा, और समृद्धि की देवी माना जाता है, और यह मंदिर स्थानीय श्रद्धालुओं के बीच गहरी आस्था का केंद्र है।
श्री जोगमाया गढ़ मंदिर बाड़मेर (Shri Jogmaya Garh Mandir Barmer)
मंदिर का नाम:- | श्री जोगमाया गढ़ मंदिर (Shri Jogmaya Garh Mandir) |
स्थान:- | बाड़मेर फोर्ट के निकट, बाड़मेर शहर, राजस्थान |
समर्पित देवता:- | माता जोगमाया (देवी दुर्गा का रूप) |
निर्माण वर्ष:- | 16वीं शताब्दी के आसपास |
प्रसिद्ध त्यौहार:- | नवरात्रि |
श्री जोगमाया गढ़ मंदिर बाड़मेर का इतिहास
माना जाता है की श्री जोगमाया गढ़ मंदिर की स्थापना लगभग 16वीं शताब्दी के आसपास हुई थी। बाड़मेर के शासक रावत भीमजी ने सबसे पहले इस पहाड़ी पर गढ़ जोगमाया मंदिर की स्थापना की, और उसके बाद बाड़मेर शहर को बसाया था।
मंदिर को लेकर एक प्रबल और व्यापक मान्यता है कि 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्धों के दौरान देवी ने बाड़मेर शहर की चमत्कारी रूप से रक्षा की थी। स्थानीय लोगों का मानना है कि देवी के आशीर्वाद से युद्ध के समय बम शहर से दूर खुले इलाकों में गिरे, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई थी। युद्ध के सायरन बजने पर लोग मंदिर की सीढ़ियों पर जाकर शरण लेते थे, जहाँ वे सुरक्षित महसूस करते थे।
मंदिर में साल में दो बार मेले और एक बार कन्या पूजन का आयोजन होता है। नवरात्रि के दौरान भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, और कई भक्त बिना माता के दर्शन किए अन्न-जल भी ग्रहण नहीं करते है।
श्री जोगमाया गढ़ मंदिर बाड़मेर की वास्तुकला और संरचना
श्री जोगमाया गढ़ मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, जो बाड़मेर शहर के शानदार मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। पहाड़ी की कुल ऊंचाई लगभग 1383 फीट से 1400 फीट बताई जाती है। मंदिर तक पहुंचने के लिए लगभग 500 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, जो भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव कराती हैं।
सीढियों से मंदिर तक पहुंचने के बाद एक मंदिर का प्रवेश द्वार बना हुआ है। प्रवेश द्वार से मंदिर परिसर में पहुंचा जाता है। मंदिर के गर्भगृह मां जोगमाया की मूर्ति स्थापित है।
श्री जोगमाया गढ़ मंदिर बाड़मेर तक कैसे पहुँचें?
मंदिर का स्थान: श्री जोगमाया गढ़ मंदिर, बाड़मेर, राजस्थान में स्थित है।
श्री जोगमाया गढ़ मंदिर, बाड़मेर तक पहुंचने के जानकारी नीचे विस्तार पूर्वक दी गई है:
- सड़क मार्ग: सड़क मार्ग बाड़मेर शहर तक पहुँचने का सबसे सुविधाजनक तरीका है, जहाँ से मंदिर आसानी से पहुँचा जा सकता है। बाड़मेर प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है:
- बीकानेर से: लगभग 220 किलोमीटर
- जोधपुर से: लगभग 150-160 किलोमीटर
- जयपुर से: लगभग 500 किलोमीटर
- जैसलमेर से: लगभग 150 किलोमीटर
- रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन बाड़मेर रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर क्षेत्र से लगभग 1-2 किलोमीटर दूर है। स्टेशन से ऑटो-रिक्शा, टैक्सी या अन्य स्थानीय परिवहन से मंदिर तक पहुँचा जा सकता है।
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर हवाई अड्डा है, जो बाड़मेर से लगभग 150-160 किलोमीटर दूर है। जोधपुर हवाई अड्डे से टैक्सी, बस या अन्य स्थानीय परिवहन से बाड़मेर तक पहुँचा जा सकता है।
मंदिर तक स्थानीय पहुँच
बाड़मेर फोर्ट के पास पहाड़ी के आधार तक पहुँचने के बाद, मंदिर तक चढ़ाई करनी पड़ती है, जिसमे लगभग 500 सीढियां चढ़नी पड़ती है।