श्रीनाथ जी मंदिर डूंगरपुर | Shrinathji Temple Dungarpur

राजस्थान का डूंगरपुर जिला ऐतिहासिक धरोहर और भव्य मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर स्थित श्रीनाथ जी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जिसे महारावल पुंजराज ने बनवाया था। मंदिर के गर्भगृह में गोवर्धननाथजी और श्री राधिकाजी की मानव आकार की दक्षिणमुखी मूर्तियाँ हैं।

श्रीनाथ जी मंदिर, डूंगरपुर की सामान्य जानकारी

मंदिर का नाम:-श्रीनाथ जी मंदिर, डूंगरपुर
स्थान:-गैब सागर झील, डूंगरपुर, राजस्थान
समर्पित देवता:-गोवर्धननाथजी और श्री राधिकाजी

श्रीनाथ जी मंदिर, डूंगरपुर का इतिहास

श्रीनाथ जी मंदिर, डूंगरपुर का निर्माण महारावल पुंजराजजी ने करवाया था और 25 अप्रैल 1623 ईस्वी में मंदिर की प्रतिष्ठा करवाई थी। इस मंदिर से जुड़े हुए श्री रामचंद्र जी और बांके बिहारीजी के मंदिर है। इसके साथ ही ‘बावन डेरीयाँ’ बनी हुई है। उसके बाद सन 1775 ईस्वी में महारावल शिव सिंह जी ने बड़े पैमाने पर जीर्णोद्धार करवाया था। कालान्तर में आक्रमणों से मंदिर वीरान हो गया, तब महारावल जसवंत सिंह जी के समय सन 1842 ईस्वी में इस मंदिर की पुनः प्रतिष्ठा हुई थी।

उसके बाद महारावल उड़ाई सिंह (द्वितीय) ने बावन डेरीयो की खंडित मूर्तियों के स्थान पर नई मूर्तियों की प्रतिष्ठा करवाई थी। उसके बाद महारावल महिपाल सिंह जी (द्वितीय) ने श्री लक्ष्मण देवस्थान निधि, डूंगरपुर के तत्वावधान में 1991 में खंडित ध्वजदंड और 9 खंडित मूर्तियों के स्थान पर ध्वजदंड और मूर्तियों की स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा करवाई थी।

श्रीनाथ जी मंदिर, डूंगरपुर की वास्तुकला और संरचना

श्रीनाथ जी मंदिर, डूंगरपुर के गर्भगृह में गोवर्धननाथजी और श्री राधिकाजी की मूर्तियाँ हैं। इस मंदिर से जुड़े हुए श्री रामचंद्र जी और बांके बिहारीजी के मंदिर है। इसके साथ ही ‘बावन डेरीयाँ’ बनी हुई है, जिनमे विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं है। मुख्य मंदिर का शिखर ‘मेरु प्रसाद’ प्रकार का है, जिस पर 5 ध्वजदंड है। इस मंदिर के निर्माण में नागरादी और द्रविडादि शैलीयों के मिश्रण के साथ जैन मंदिर निर्माण शैली का प्रभाव दिखाई देता है।

श्रीनाथ जी मंदिर, डूंगरपुर तक कैसे पहुँचें?

मंदिर का स्थान: श्रीनाथ जी मंदिर, जो डूंगरपुर, राजस्थान में गैब सागर झील के किनारे स्थित है।

इस मंदिर तक पहुँचने के लिए विभिन्न परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें हवाई, रेल और सड़क मार्ग शामिल हैं।

  • सड़क मार्ग: सड़क मार्ग से निजी वाहन या बसों से डूंगरपुर पहुँच सकते है, डूंगरपुर पहुँचने के बाद, मंदिर गैब सागर झील के पास है। बस स्टैंड से मंदिर तक ऑटो-रिक्शा या पैदल पहुँचा जा सकता है।
  • हवाई मार्ग: सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा उदयपुर हवाई अड्डा (महाराणा प्रताप हवाई अड्डा) है, जो डूंगरपुर से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे से उदयपुर शहर तक टैक्सी या बस से लगभग 20 किलोमीटर, 30 मिनट में पहुँचा जा सकता है। वहाँ से, आप डूंगरपुर तक बस या टैक्सी से आ सकते हैं। उदयपुर से डूंगरपुर की दूरी लगभग 120 किलोमीटर है, और टैक्सी या बस से यह यात्रा 2-3 घंटे में पूरी होती है। डूंगरपुर पहुँचने के बाद, मंदिर गैब सागर झील के पास है। वहाँ से, आप स्थानीय ऑटो-रिक्शा या पैदल मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
  • रेल मार्ग: सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन डूंगरपुर रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से कुछ किलोमीटर दूर है और डूंगरपुर शहर में स्थित है। स्टेशन से, आप टैक्सी या स्थानीय बस से मंदिर तक पहुँच सकते हैं।

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