जयपुर, जिसे ‘गुलाबी नगरी’ के नाम से जाना जाता है, न केवल अपनी स्थापत्य कला और ऐतिहासिक धरोहर के लिए विश्वविख्यात है, बल्कि इसके मंदिर भी आध्यात्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र हैं। 1727 में महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा स्थापित इस शहर में मंदिरों को वास्तुशास्त्र के अनुसार स्थान दिया गया थे। ये मंदिर न केवल पूजा स्थल हैं, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक उत्सवों और लोककथाओं के संरक्षण के प्रतीक भी हैं। उदाहरण के लिए कई मंदिर राजपरिवार से जुड़े हैं, जैसे सिटी पैलेस का गोविंद देव जी मंदिर। जयपुर कई मंदिर हैं, लेकिन कुछ ऐसे प्रमुख मंदिर हैं जो पर्यटकों और भक्तों को विशेष रूप से आकर्षित करते हैं।
जयपुर के प्रसिद्ध मंदिर कौन कौन से है? (Famous Temple in Jaipur)
यहाँ पर जयपुर के प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरो की लिस्ट (Jaipur temple list) दी गई है:
गोविंद देवजी मंदिर (Govind Dev Ji Temple)

| मंदिर का नाम:- | गोविंद देवजी मंदिर (Govind Dev Ji Temple) |
| स्थान:- | सिटी पैलेस परिसर, जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान कृष्ण के गोविंद देव रूप और राधारानी |
| निर्माण वर्ष:- | 1735 ई. (जयपुर में) मूल मंदिर वृंदावन में 1590 ईस्वी |
| निर्माणकर्ता:- | महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय (जयपुर) महाराजा मान सिंह प्रथम (वृंदावन, अकबर की सहायता से) |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | जन्माष्टमी, होली |
गोविंद देवजी मंदिर राजस्थान के जयपुर के सिटी पैलेस परिसर में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान कृष्ण के गोविंद देव रूप और राधारानी को समर्पित है। यह मंदिर 1735 में महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा निर्मित किया गया था, जबकि इसकी मूल मूर्ति वृंदावन से मुगल आक्रमणों से बचाने के लिए लाई गई थी।
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बिड़ला मंदिर (Birla Temple)

| मंदिर का नाम:- | बिड़ला मंदिर (Birla Temple) |
| स्थान:- | मोती डूंगरी के पास, तिलक नगर, जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु (नारायण) |
| निर्माण वर्ष:- | 1988 (निर्माण कार्य 1977 से प्रारंभ) |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | दीपावली, जन्माष्टमी |
बिड़ला मंदिर राजस्थान की राजधानी जयपुर में मोती डूंगरी के पास स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जानी जाती है। यह मंदिर देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु (नारायण) को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण भारत के प्रसिद्ध औद्योगिक घराने बिड़ला परिवार के परोपकारी विंग बिड़ला फाउंडेशन द्वारा किया गया है।
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गढ़ गणेश मंदिर (Garh Ganesh Temple)

| मंदिर का नाम:- | गढ़ गणेश मंदिर (Garh Ganesh Temple) |
| स्थान:- | नाहरगढ़ किले के पास, जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान गणेश |
| निर्माण वर्ष:- | 18वीं शताब्दी (लगभग 300 वर्ष पुराना) |
| निर्माणकर्ता:- | महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | गणेश चतुर्थी, बुधवार विशेष पूजा |
गढ़ गणेश मंदिर राजस्थान के जयपुर के नाहरगढ़ किले के पास एक पहाड़ी पर स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान गणेश के बाल स्वरूप को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 18वीं शताब्दी में करवाया था। यहां पर भगवान गणेश की बिना सूंड वाली दुर्लभ मूर्ति विराजमान है।
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मोती डूंगरी गणेश मंदिर (Moti Dungri Ganesh Temple)

| मंदिर का नाम:- | मोती डूंगरी गणेश मंदिर (Moti Dungri Ganesh Temple) |
| स्थान:- | मोती डूंगरी बिड़ला मंदिर के पास, जवाहर लाल नेहरू मार्ग, तिलकनगर, जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान गणेश जी |
| निर्माण वर्ष:- | 1761 ईस्वी |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | गणेश चतुर्थी, हर बुधवार विशेष पूजा |
मोती डूंगरी गणेश मंदिर राजस्थान के जयपुर के जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर प्रसिद्ध बिड़ला मंदिर जयपुर (लक्ष्मी नारायण मंदिर) के ठीक बगल में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान गणेश जी को समर्पित है और यह शहरवासियों की आस्था का केंद्र है। मोती डूंगरी गणेश मंदिर में स्थापित प्रतिमा पाँच सौ वर्षों से भी अधिक पुरानी मानी जाती है।
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शिला देवी मंदिर (Shila Devi Temple)

| मंदिर का नाम:- | शिला देवी मंदिर (Shila Devi Temple) |
| मंदिर के अन्य नाम:- | शिला माता मंदिर (Shila Mata Temple) |
| स्थान:- | आमेर किला, (Amber Fort), जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | शिला देवी/शिला माता |
| निर्माण वर्ष:- | 1604 ईस्वी |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | चैत्र और आश्विन नवरात्रि में लक्खी मेला |
शिला देवी मंदिर राजस्थान के जयपुर के आमेर किले में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिला देवी/शिला माता को समर्पित है। इस मंदिर की स्थापना कछवाहा वंश के महान शासक, मुगल सम्राट अकबर के सेनापति, राजा मान सिंह प्रथम द्वारा 16वीं शताब्दी के अंत में की गई थी।
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अक्षरधाम मंदिर (Akshardham Temple)

| मंदिर का नाम:- | अक्षरधाम मंदिर जयपुर (Akshardham Temple Jaipur) |
| स्थान:- | वैशाली नगर, जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान स्वामीनारायण (भगवान विष्णु का अवतार) |
| निर्माण वर्ष:- | 2012 (प्रमुख स्वामी महाराज द्वारा उद्घाटन) |
| निर्माणकर्ता:- | बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्था (BAPS) |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | दीवाली, होली, जन्माष्टमी, नवरात्रि, स्वामिनारायण जयंती |
अक्षरधाम मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर के वैशाली नगर में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। अक्षरधाम मंदिर अपनी शानदार नक्काशी, मूर्तिकला, और बेशकीमती मूर्तियों के कारण जाना जाता है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की वास्तविक झलक प्रस्तुत करता है।
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गलता जी मंदिर (Galtaji Temple)

| मंदिर का नाम:- | गलता जी मंदिर (Galtaji Temple Jaipur) |
| स्थान:- | गलता जी, जयपुर जिला, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | इस परिसर में विभिन्न मंदिर स्थित है। |
| निर्माण वर्ष:- | 15वीं शताब्दी से तपस्थल के रूप में अस्तित्व मुख्य संरचना 18वीं शताब्दी में निर्मित |
| निर्माणकर्ता:- | दीवान राव कृपाराम (महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय के विश्वसनीय दरबारी) |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | मकर संक्रांति, दीपावली, गणगौर, तीज |
गलता जी मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर अरावली की पहाड़ियों में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। गलताजी मंदिर गुलाबी बलुआ पत्थर से निर्मित है और यह एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और कुंड स्थित हैं। इस स्थान को बंदरों की वजह से मंकी टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है।
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काले हनुमान जी मंदिर (Kale Hanuman Ji Temple)

| मंदिर का नाम:- | काले हनुमान जी मंदिर (Kale Hanuman Ji Temple Jaipur) |
| स्थान:- | हवा महल के निकट, जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान हनुमान जी |
| निर्माण वर्ष:- | लगभग 1000 वर्ष पूर्व |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | हनुमान जयंती |
काले हनुमान जी मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर के हवा महल के पास स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है। पारंपरिक रूप से हनुमान जी की मूर्तियाँ सिंदूरी या लाल रंग की होती हैं, किंतु इस मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा काले रंग की है।
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सूर्य मंदिर (Sun Temple)

| मंदिर का नाम:- | सूर्य मंदिर जयपुर (Sun Temple Jaipur) |
| स्थान:- | गलता हिल्स, जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान सूर्य देव |
| निर्माण वर्ष:- | 1734 ईस्वी |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | छठ पूजा, मकर संक्रांति, कार्तिक पूर्णिमा |
सूर्य मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर की गलता हिल्स की ऊंची चोटी पर स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान सूर्य देव को समर्पित है। 18वीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर गलताजी मंदिर परिसर का एक हिस्सा है।
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खोले के हनुमान जी मंदिर (Khole Ke Hanuman Ji Temple)

| मंदिर का नाम:- | खोले के हनुमान जी मंदिर (Khole Ke Hanuman Ji Temple) |
| स्थान:- | जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान हनुमान जी |
| निर्माण वर्ष:- | 1960 |
| निर्माणकर्ता:- | पंडित श्री राधेलाल चौबे |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | हनुमान जयंती, अन्नकूट महोत्सव, राम नवमी |
खोले के हनुमान जी मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर अरावली पर्वतमाला की पहाड़ियों में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा होने के कारण पर्यटकों को भी लुभाता है।
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जगत शिरोमणि मंदिर (Jagat Shiromani Temple)

| मंदिर का नाम:- | जगत शिरोमणि मंदिर (Jagat Shiromani Temple) |
| स्थान:- | आमेर, जयपुर जिला, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान कृष्ण, मीरा बाई ओर भगवान विष्णु |
| निर्माण वर्ष:- | आरंभ: 1599 ईस्वी पूर्ण: 1608 ईस्वी (कुल अवधि: 9 वर्ष) |
| निर्माणकर्ता:- | महारानी कनकवती (महाराजा मान सिंह प्रथम की मुख्य रानी); उद्देश्य: पुत्र जगत सिंह की स्मृति |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | कृष्ण जन्माष्टमी, मीरा जयंती |
जगत शिरोमणि मंदिर राजस्थान के जयपुर जिले के आमेर में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान कृष्ण, मीरा बाई तथा भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण 1599 से 1608 ईस्वी के बीच आमेर के राजा मान सिंह प्रथम की पत्नी महारानी कनकवती ने करवाया था, जो उनके पुत्र जगत सिंह की स्मृति में बनाया गया था। इसे स्थानीय रूप से ‘मीरा मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है, जो इसकी विशिष्ट आध्यात्मिक पहचान को दर्शाता है।
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कल्कि मंदिर (Kalki Temple)

| मंदिर का नाम:- | कल्कि मंदिर (Kalki Temple) |
| स्थान:- | जयपुर, राजस्थान (हवा महल के पास सिरेह देवरी बाजार में) |
| समर्पित देवता:- | भगवान कल्कि (विष्णु के दसवें अवतार) |
| निर्माण वर्ष:- | 18वीं शताब्दी |
| निर्माणकर्ता:- | महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय (जयपुर के संस्थापक) |
कल्कि मंदिर जयपुर राजस्थान के जयपुर शहर के हवा महल के पास सिरेह देवरी बाजार में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान विष्णु के दसवें और अंतिम अवतार भगवान कल्कि को समर्पित है। इस मंदिर को 18वीं शताब्दी में महाराजा जय सिंह द्वितीय द्वारा बनवाया गया था।
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ताड़केश्वर महादेव मंदिर (Tadkeshwar Mahadev Temple)

| मंदिर का नाम:- | ताड़केश्वर महादेव मंदिर (Tadkeshwar Mahadev Temple) |
| स्थान:- | चौड़ा रास्ता (Chaura Rasta), जयपुर, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान महादेव (स्वयंभू शिवलिंग) |
| निर्माण वर्ष:- | जयपुर के स्थापना से पूर्व वर्तमान मंदिर का निर्माण विक्रम संवत 1784 यानी 1727 ईस्वी में शुरू हुआ, जो 1758 ईस्वी में पूर्ण हुआ था। |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | महाशिवरात्रि, सावन मास |
ताड़केश्वर महादेव मंदिर राजस्थान के जयपुर शहर के चौड़ा रास्ता पर स्थित एक प्रसिद्ध प्राचीन धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान महादेव को समर्पित है। इस मंदिर को तारकेश्वर मंदिर भी कहा जाता है। जयपुर की स्थापना 1727 ईस्वी में हुई थी, परंतु ताड़केश्वर महादेव का अस्तित्व शहर की नींव रखे जाने से भी पहले का माना जाता है।
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अंबिकेश्वर महादेव मंदिर (Ambikeshwar Mahadev Temple)

| मंदिर का नाम:- | अंबिकेश्वर महादेव मंदिर (Ambikeshwar Mahadev Temple) |
| स्थान:- | आमेर, जयपुर जिला, राजस्थान |
| समर्पित देवता:- | भगवान शिव |
| निर्माण वर्ष:- | 10वीं शताब्दी (लगभग 1000 वर्ष पुराना); मान्यता अनुसार 5000-7500 वर्ष पुराना। |
| प्रसिद्ध त्यौहार:- | महाशिवरात्रि, सावन मास |
अंबिकेश्वर महादेव मंदिर राजस्थान के जयपुर के आमेर में स्थित एक प्रसिद्ध और प्राचीन धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह प्राचीन शिव मंदिर कछवाहा राजवंश का कुलदेवता माना जाता है। 10वीं शताब्दी से अस्तित्व में होने वाले इस मंदिर की मान्यता द्वापर युग तक जाती है, जहां भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं पूजा की थी।
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